Saturday, July 18, 2020

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस (28 जुलाई):







विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस (28 जुलाई): ( 28 July: World Nature Conservation Day in Hindi )

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस कब मनाया जाता है?

दुनिया के विभिन्न देशों में प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई के दिन को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के रूप में मनाया जाता है।

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का उद्देश्य:

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाने का प्रमुख उद्देश्य पृथ्वी के प्राकृतिक वातावरण से विलुप्त होते हुए जीव-जन्तुओं तथा पेड़-पौधों का संरक्षण करना है।

पर्यावरण किसे कहते है?

पर्यावरण शब्द परि+आवरण के संयोग से बना है। ‘परि’ का आशय चारों ओर तथा ‘आवरण’ का आशय का परिवेश है। दूसरे शब्दों में कहें तो पर्यावरण अर्थात वनस्पतियों ,प्राणियों और मानव जाति सहित सभी सजीवों और उनके साथ संबंधित भौतिक परिसर को पर्यावरण कहतें हैं वास्तव में पर्यावरण में वायु, जल, भूमि, पेड़-पौधे, जीव-जन्तु, मानव और उसकी विविध गतिविधियों के परिणाम आदि सभी का समावेश होता हैं।

पर्यावरण संरक्षण का महत्त्व:

पर्यावरण संरक्षण का समस्त प्राणियों के जीवन तथा इस धरती के समस्त प्राकृतिक परिवेश से घनिष्ठ सम्बन्ध है। प्रदूषण के कारण सारी पृथ्वी दूषित हो रही है और निकट भविष्य में मानव सभ्यता का अंत दिखाई दे रहा है। इस स्थिति को ध्यान में रखकर सन् 1992 में ब्राजील में विश्व के 174 देशों का ‘पृथ्वी सम्मेलन’ आयोजित किया गया। इसके पश्चात सन् 2002 में जोहान्सबर्ग में पृथ्वी सम्मेलन आयोजित कर विश्व के सभी देशों को पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देने के लिए अनेक उपाय सुझाए गये। वस्तुतः पर्यावरण के संरक्षण से ही धरती पर जीवन का संरक्षण हो सकता है।

पर्यावरण संरक्षण कैसे किया जा सकता है?

पर्यावरण संरक्षण करने के लिए निम्नलिखित प्रयास किये जा सकते है:-
  • जंगलों को न काटे।
  • जमीन में उपलब्ध पानी का उपयोग तब ही करें जब आपको जरूरत हो।
  • कार्बन जैसी नशीली गैसों का उत्पादन बंद करे।
  • उपयोग किए गए पानी का चक्रीकरण करें।
  • ज़मीन के पानी को फिर से स्तर पर लाने के लिए वर्षा के पानी को सहेजने की व्यवस्था करें।
  • ध्वनि प्रदूषण को सीमित करें।
  • प्लास्टिक के लिफाफे छोड़ें और रद्दी काग़ज़ के लिफाफे या कपड़े के थैले इस्तेमाल करें।
  • जिस कमरे मे कोई ना हो उस कमरे का पंखा और लाईट बंद कर दें।
  • पानी को फ़ालतू ना बहने दें।
  • आज के इंटरनेट के युग में, हम अपने सारे बिलों का भुगतान आनलाईन करें तो इससे ना सिर्फ हमारा समय बचेगा बल्कि काग़ज़ के साथ साथ पैट्रोल डीजल भी बचेगा।
  • ज्यादा पैदल चलें और अधिक साइकिल चलाएं।
  • प्रकृति से धनात्मक संबंध रखने वाली तकनीकों का उपयोग करें। जैसे (i) जैविक खाद का प्रयोग (ii) डिब्बा-बंद पदार्थो का कम इस्तेमाल।
  • जलवायु को बेहतर बनाने की तकनीकों को बढ़ावा दें।
  • पहाड़ खत्म करने की साजिशों का विरोध करें।



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